Latest Funny Shayari in Hindi | हिंदी में फनी शायरी
शायरी दिल की जुबान होती है. शायरी के बहुत कम शब्द अपने अन्दर बड़े अर्थ रखते
हैं. और अगर शायरी में Fun लाया जाए तो शायरी कहने , पढने और सुनने में भी बड़ा मज़ा
आता है. इसी तरह यहाँ पर Funny शायरी को आप सब के लिए पेश किया जा रहा है.
जिंदा ही ....!
Very Funny Hindi Shayari |
जिंदा ही ....!
हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे,
शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था,
हम तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे।
आज भी...
वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं,
वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं,
ये तो उनके बच्चे ही कम्बख्त हैं,
जो हमें मामा-मामा बुलाते है।
तुम तो थे ही गधे...
पति : हमें तो अपनों ने ही लूटा,
गैरों में कहां दम था;
हमारी कश्ती भी वहां डूबी,
जहां पानी कम था।
पत्नी : तुम तो थे ही गधे,
तुम्हारी अकल में कहां दम था;
वहां कश्ती लेके ही क्यों गए,
जहां पानी कम था
कमाल करदेंगे...
हम इश्क़ में कमाल करदेंगे,
हम भी जान-ए-मन तेरे लिए ताजमहल बनायेंगे,
एक कप सुबह पिलायेंगे और एक कप शाम को पिलायेंगे।
मोहब्बत की सज़ा
उसने कहा कि मुझे मोहब्बत की सजा दो !
मैंने जाके सब कुछ उसकी मम्मी को बता दिया !!
ज़िन्दगी की शाम
मोहब्बत हो गई है डाकू सुल्ताना की बेटी से !
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये !!
अपनी रज़ाई में
मत ढूंढो मुझे इस दुनिया की तन्हाई में,
ठण्ड बहुत है मैं यही हूँ अपनी रजाई में।
गेहूं काटने के बाद...
न वफा का जिकर होगा,
न वफा कि बात होगी,
अब मोहब्बत जिससे भी होगी,
गेहूँ काटने के बाद होगी..।।
ज़िद्दी कमीना
अर्ज़ किया है...
वो कहती अपने भाइयों से,
मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटो,
ज़रा गौर फरमाइये...
वो कहती अपने भाइयों से,
मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटो,
बड़ा ज़िद्दी है ये कमीना,
पहले कुत्ते की तरह घसीटो।
जिस दिन ज़मानत हुई ....?
जेलर: सुना है की तुम शायर हो कुछ सुनाओ यार...
कैदी: गम ए उल्फत मे जो जिन्दगी कटी हमारी,
जिस दिन जमानत हुई जिन्दगी खतम तुम्हारी ।
तेरी गली में...
अब क्या बताएं ज़ालिम कैसे गुजारते हैं,
संडे तेरी गली में मंडे तेरी गली में,
सीने पे हाथ रख कर तुझको पुकारते हैं,
जब मारते हैं पत्थर मुंडे तेरी गली में।
ज़िन्दगी का दही
हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने,
बूंदियां मिलती गयीं... रायता बनता गया।
कान के नीचे...
एक लड़का अचानक लड़की देखकर शायर बन गया:
“अलफ़ाज़ तेरे,
गीत मेरे,
ग़ज़ल कोई सुना डालू क्या?”
लड़की बोली:
“हाथ मेरे,
गाल तेरे,
कान के निचे बजा डालू क्या?”
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